अथर्वा प्राण सूत्र् टेलीपैथी व ब्रह्मास्त्र प्रयोग् तत्रं साधना गुरू मार्ग दर्शन में ही करें स्वतः गुरू ना बनें अन्यथा भयानक दुष्परिणामों का सामना करना पड़ता ही है। में भी साधना करना चाहती हू। आचार्य जी एक दो वूजुर्ग साधकों से में मिली हूं। उन्होंनों शाबर मत्रं दिये थे https://youtu.be/MtwXvn6T9ok